शुरू हो गई आदि कैलाश यात्रा, पहले दल में 30 श्रद्धालु शामिल
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नैनीताल : उत्तराखंड के कुमाऊं मडल विकास निगम (केएमवीएन) की ओर से संचालित होने वाली ऐतिहासिक आदि कैलाश (छोटा कैलाश) यात्रा मंगलवार से शुरू हो गई है। पहला दल आदि कैलाश के लिए रवाना हो गया है। यात्रा सितम्बर तक चलेगी। केएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनीत तोमर और महाप्रबंधक एबी वाजपेयी की ओर से भीमताल पर्यटक आवास गृह से यात्रा को हरी झंडी दिखाई गई। पहले दल में 30 श्रद्धालु शामिल हैं, जिनमें 18 महिलाएं हैं। केएमवीएन की ओर से नोएडा की निजी संस्था ट्रिप टू टेपल्स के साथ मिलकर यात्रा को संचालित किया जा रहा है। ट्रिप टू टेपल्स के निदेशक कैलाश मिश्रा की ओर से बताया गया कि अभी तक 700 से अधिक तीर्थयात्रियों की ओर से यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया जा चुका है। यात्रा सितम्बर अंत तक संचालित होगी।
मिश्रा ने बताया कि इस बार यात्रियों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यात्रा के लिए पंजीकरण खुला है। 8 दिन तक चलने वाली इस यात्रा की खासियत है कि इस बार यात्रियों को पैदल यात्रा नहीं करनी होगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से उच्च हिमालयी क्षेत्र में ज्योलिंकांग और नाबीढांग तक सड़क का निर्माण कर दिए जाने से अब यात्रा अधिक सुगम हो गई है। श्रद्धालु अब काठगोदाम से वाहन से चलकर सीधे आदि कैलाश व ओम पर्वत के दर्शन कर सकेंगे। कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर होने वाली यह यात्रा कई पड़ाव तय करेगी।
काठगोदाम से श्रद्धालु सीधे पिथौरागढ़ पहुंचेंगे। इसके बाद यात्रा धारचूला, गुंजी, आदि कैलाश दर्शन के बाद वापस गुंजी, अगले दिन गुंजी से ओम पर्वत के दर्शन कर नाबि, नाबि से डीडीहाट, डीडीहाट से भीमताल होते हुए वापस काठगोदाम पहुंचेगी। इस दौरान तीर्थयात्रियों को कुमाऊं के प्रसिद्ध और पौराणिक महत्व के मंदिरों एवं धामों के दर्शन करवाए जाएंगे। बता दें कि कोरोना महामारी के बाद यह पहली बार है कि श्रद्धालु आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर सकेंगे। केएमवीएन 1984 से कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर आदि कैलाश-ओमपर्वत यात्रा संचालित कर रहा है। अभी तक 180 दलों के माध्यम से 3945 तीर्थयात्री आदि कैलाश के दर्शन कर चुके हैं।
(जी.एन.एस)